IPO Kya Hai In Hindi? आईपीओ क्या है? How To Invest In IPO
IPO Kya Hai In Hindi | IPO Kya Hota Hai
IPO KYA HAI:- जब कोई कंपनी अपने Business को Groww करने के लिए या किसी Other Motive से अपने Equity Share को पहली बार स्टॉक मार्केट में List करती है और उससे पैसे जुटाती है तो उसे IPO अर्थात् Initial Public Offering कहा जाता है।
हर महीने कई कंपनी के IPO आते हैं जिसमें से कुछ IPO अच्छे होते हैं जिसमें Investors काफी ज्यादा मुनाफा कमाते हैं। यदि हमलोग 2021 की बात करें तो उसमें Total 65 Companies के IPO आए थे। जिसमें Sigachi, Paras Defence, Latent View Analytics , Gr Infraprojects IPO में लोगों को 100% से ज्यादा का मुनाफा मिला था।
ऐसे मौके लगभग हर साल आपको मिलते हैं इसलिए आपको IPO के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जिएसे आप अच्छे IPO को FIND कर सकें और उसमें अच्छा Profit बना सकें। तो चलिए दोस्तों जानते हैं कि IPO Kya Hai? और इसमें निवेश कैसे करें?
IPO Kya Hai – आईपीओ क्या है?

जब किसी कंपनी को अपने Business को बढ़ाने के लिए वित्त या पैसों की जरूरत होती है तो वो Public,Bank या किसी संस्थान के पास जाती है।
लेकिन कंपनी यदि Bank या संस्थान के पैसे लेती है तो उसके लिए एक निश्चित ब्याज देना होता है। यानी कंपनी के लिए सबसे अच्छा Option होता है कि अपना IPO लाकर PUBLIC को Share Issue करके पैसे जुटा लें।
क्योंकी कंपनी Public से पैसे लेकर बदले में Share Issue करेगी इससे Benifits ये है की कंपनी को कोई भी ब्याज नहीं देना पड़ेगा।
जब कोई कंपनी इक्विटी में Public से Fund जुटाना चाहती हैं तो उस समय वह Share Market में लिस्टेड होकर अपने General Shares को पब्लिक के सामने पहली बार Issue करती है, इसी प्रोसेस को Initial Public Offering (IPO) कहा जाता है।
जो लोग कंपनी के Share को खरीदना चाहते हैं वो इस IPO के नियम के अनुसार Apply करते हैं। सभी आवेदन प्राप्त हो जाने के बाद इक निश्चित Date पर कंपनी पैसों के बदले में Share Allot करती है यानी Share प्रदान करती है।
अब बात आती है की क्या जो लोग IPO में Apply करते हैं उन सभी को Allotment हो जाता है? तो नहीं यदि कंपनी को ज्यादा आवेदन मिलता है तो कुछ लोगों को IPO में SHARE नहीं मिलते हैं उनका पैसा Refund हो जाता है।
कंपनी IPO क्यों जारी करती है?
जब किसी कंपनी को अपने वर्तमान स्वरूप में बदलाव करना होता है या फिर अपने वर्तमान आकार को बढ़ाना होता है तो उस समय पूंजी की आवश्यकता होती है।
इस Capital को एकत्रित करने के लिए वो जनता के सामने Public Issue या IPO लेकर आतीं हैं।
कंपनी IPO कैसे जारी करती है?
जब भी कोई कंपनी अपना IPO जारी करना चाहती है तो उसे कुछ Steps को Follow करने पड़ते हैं जो निम्न हैं :-
Step 1- इन्वेस्टमेंट बैंक का चयन:
जब कोई कंपनी सार्वजनिक होने का निर्णय लेती है, तो इसे इन्वेस्टमेंट बैंक की नियुक्ति करनी होती है. ये बैंक कंपनी लिस्टिंग की प्रक्रिया में बाजार मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं. इन्वेस्टमेंट बैंक कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट के माध्यम से जाता है और कंपनी के जोखिमों का मूल्यांकन करता है. इन्वेस्टमेंट बैंक सभी जिम्मेदारियों को ग्रहण करता है और संभावित इन्वेस्टर के लिए एक प्रॉस्पेक्टस बनाता है. IPO के लिए प्रारंभिक बज जनरेट करना इन्वेस्टमेंट बैंक का काम है.
Step 2- सेबी अप्रूवल के लिए DRHP तैयार करना:
समुचित परिश्रम करने के बाद, इन्वेस्टमेंट बैंक और कंपनी सेबी को सबमिट करने के लिए रजिस्ट्रेशन स्टेटमेंट और ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) बनाते हैं. डीआरएचपी में शेयरों की कीमत या मात्रा को छोड़कर बिज़नेस के बारे में सभी जानकारी शामिल है.
सेबी का रेगुलेटर कंपनी द्वारा शेयर किए गए तथ्यों को सत्यापित करता है और त्रुटियों की जांच करता है. अगर सेबी परिवर्तनों के लिए पूछता है, तो जारीकर्ता को उसे सेबी को वापस सबमिट करना होगा. एप्लीकेशन में सभी बदलाव अप्रूव होने के बाद, सेबी ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस को अप्रूव करता है. आईपीओ को बढ़ावा देने के लिए जारीकर्ता और अंडरराइटर अप्रूव्ड प्रॉस्पेक्टस का उपयोग करें.
Step 3-रोडशो:
इस चरण में, कंपनी जनता जाने के निर्णय की घोषणा करती है. अधिकतम पहुंच के लिए, इन्वेस्टमेंट बैंकर और अंडरराइटर दुनिया भर में सभी संभावित फाइनेंशियल संस्थानों की यात्रा करने का सबसे अच्छा प्रयास करते हैं. कंपनी की क्षमता के बारे में निवेशकों को विश्वास दिलाने में रोडशो की सहायता. कंपनी के एग्जीक्यूटिव और अंडरराइटर IPO और कंपनी के विवरण शेयर करने के लिए Q&A सेशन और मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन आयोजित कर सकते हैं.
Step 4- स्टॉक एक्सचेंज के लिए एप्लीकेशन:
सेबी का अप्रूवल प्राप्त करने के बाद, कंपनी लाल हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) नामक अपडेटेड प्रॉस्पेक्टस फाइल करती है. हालांकि, RHP में IPO की कीमत शामिल नहीं है.
Step 5- शेयरों की कीमत:
कीमत और शेयरों की संख्या निर्धारित करना IPO का एक आवश्यक चरण है, और यह आमतौर पर कंपनी लिस्टिंग से कुछ दिन पहले किया जाता है. शेयर की कीमत निर्धारित करते समय, कंपनियां निम्नलिखित दो तरीकों में से कोई भी चुनती हैं-
इस मामले में, कंपनियां शेयर की निश्चित कीमत प्रदान करती हैं. अगर कंपनियां एक निश्चित कीमत पर अपना हिस्सा जारी करने का निर्णय लेती हैं, तो इसका उल्लेख ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस और फाइनल प्रॉस्पेक्टस में किया जाता है, जिसे सेबी द्वारा अप्रूव किया गया है.
जब कंपनी किसी निश्चित कीमत पर शेयर नहीं देना चाहती है, तो यह बोली प्रक्रिया के लिए ऊपरी और कम सीमा निर्धारित कर सकती है. एक लाल हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में इस मूल्य बैंड शामिल है. यह एक डॉक्यूमेंट है जिसमें प्रभावी तिथि और ऑफर कीमत को छोड़कर जारी करने वाली कंपनी का विवरण शामिल है.
Step 6- सार्वजनिक खरीद
कंपनी द्वारा IPO का प्रकार चुने जाने के बाद, वे जारी करना चाहते हैं, और शेयर जनता बनाए जाते हैं. इच्छुक निवेशक शेयरों के लिए आवेदन करने के बाद, कंपनी उन्हें तदनुसार आवंटित कर सकती है.
IPO से संबंधित महत्वपूर्ण Topic
IPO Kya Hai In Hindi को अच्छे से समझने के लिए आपको IPO से सबंधित सभी शब्दों को भी अच्छे से जरुर समझना चाहिए. तो चलिय एक एक करके हमलोग सभी चीजों को Clear कर लेते हैं :-
* इश्यू नाम (Issue Name)
यह उस Share का नाम होता है जो Company मार्केट में List होना चाहती है।
यदि देखा जाय तो यह Company का नाम ही होता है जैसे Zomato कंपनी अपना IPO लेकर आई तो उसका Issue Name Zomato था।
* इश्यू प्रकार (Types Of Issue)
कोई भी कंपनी दो प्रकार से इशू जारी कर सकती है –
- Book Building
- Fixed Price
Book Building में निवेशक बोली लगाकर Share को कंपनी से खरीद सकते हैं।
जबकि Fixed Price में शेयर्स की कीमत में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं हो सकता और निवेशक को उसी Price पर Share को खरीद सकते हैं जो Price कंपनी जारी करती है।
* प्राइस बैंड (Price Band)
जब कोई कंपनी अपना IPO लाती है तो उसमें Price Band भी होता है जिसका मतलब है कि आप इस Price Band पर IPO में Apply कर सकते हैं।
अधिकतर कंपनियाँ अपने IPO को जारी करते समय उसकी Price स्वयं तय करती है।
लेकिन जो कंपनियाँ इंफ्रास्ट्र्क्चर और इससे संबन्धित क्षेत्रों में होतीं हैं उन्हें कीमत तय करने के लिए सेबी और/या रिजर्व बैंक से अनुमति लेनी होती है।
यह जानकारी Company के तरफ से जारी किए गए प्रोस्पेक्टस में होता है।
* प्रोस्पेक्टस क्या है? (What Is Prospectus In IPO)
Prospectus किसी भी आईपीओ का सबसे महत्वपूर्ण Document होता हैं|
जब भी कोई Company अपना IPO जारी करती हैं तब सबसे पहले वह Public Issue का Prospectus जारी करती हैं|
यह एक प्रकार का Legal Document होता हैं जिसमें Company और Public Issue या IPO से सम्बंधित Detailed Information होती हैं, जैसे –
- शेयर की Price क्या होगी?
- प्राप्त पैसे कहाँ इस्तेमाल होगा?
- कम्पनी का प्रॉफिट कितना रहा?
- कितने Shares जारी किये जाएंगे?
- Director और IPO मैनेजर कौन है?
- साथ ही कई महत्पूर्ण जानकारियाँ.
यह प्रॉस्पेक्टस SEBI से Approved होता हैं और इसमें आपको IPO और Company से सम्बंधित हर प्रकार की जानकारी मिल जाएगी।
IPO में Invest करने से पहले आपको Prospectus को अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिये।
* कट – ऑफ प्राइस (Cut Off Price)
जब कंपनी Book Building के द्वारा Shares जारी करती है तो निवेशकों को ऐसे शेयर्स Allot करते समय जो कीमत तय करती है उसे Cut-off Price कहते हैं।
मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 130 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 125 तय होती है तो 125 रूपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है।
* कट -ऑफ Date (Cut Off Date)
किसी भी IPO में Apply करने के लिए एक Date तय होता है जिस Date तक आप IPO में Allotment के लिए Apply कर सकते हैं।
* लॉट साइज (Lot Size)
जब हमलोग किसी IPO में Apply करते हैं तो वहां एक Share के लिए Apply नहीं कर सकते हैं इसके लिए हमलोगों को एक Lot या Group में Share के लिए Apply करना पड़ता है।
Lot Size कंपनी के Share Price के अनुसार तय किया जाता है नॉर्मली भारत में IPO का Lot का वैल्यू 15000 Rs. का होता है इसका मतलब ये हुआ कि आपको कम से कम 15000रु. के Shares के लिए Apply करना होगा।
* निवेशकों की श्रेणी (Types Of IPO Investors)
IPO में निवेश करने वाले Investors कई तरह के होते है, जैसे –
- Anchor Investors
- Retail Investors
- Non-Institutional
- Qualified Institutional
- Company Employee’s
इसमें से सभी Types के Investors के लिए अलग अलग Share Quota रखा जाता है।
* आईपीओ सब्सक्रिप्शन (IPO SUBSCRIPTION)
जब निवेशक किसी आईपीओ में Apply करते हैं तो उसे Subscription कहा जाता है। जिस IPO का डिमांड ज्यादा होता है उसका Subscription भी ज्यादा होता है।
जैसे:- किसी कंपनी ने 1लाख शेयर्स के लिए IPO जारी किया है और निवेशकों ने इसमें Total 10लाखShare के लिए Apply किया है, यानि की इस IPO का Total Subscription 10लाख/1लाख = 10 Times होगा।
* आईपीओ ओपनिंग डेट & टाइम (IPO Opening Date & Time)
कंपनी के IPO Opne होने का तय Date होता है है जिस Date को IPO निवेशकों के लिए Open हो जाते हैं। IPO में Apply करने का समय सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक रहता है।
* आईपीओ क्लोजिंग डेट (IPO Closing Date)
जब IPO Open हो जाते हैं उसके 3 से 5 दिन तक Open रहता है इस बीच आप इसमें Apply कर सकते हैं। IPO का Opening के साथ Closing Date भी पहले से तय रहता है।
* आईपीओ एलॉटमेंट (IPO Allotment)
जब IPO Close हो जाते हैं तो उसे अगले प्रोसेस में उसका Allotment Date आता है इस दिन जो लोग IPO में Apply किए थे उनको शेयर्स अलॉट किए जाते हैं।
किसी भी IPO का Allotment आप Bse के Site या फिर IPO के Registrar के Website पर Check कर सकते हैं।
* पैसा रिफंड (Money Refund)
जरूरी नहीं है की जो लोग IPO में Apply करते हैं उन सभी को Allotment मिल ही जाय, कुछ एप्लिकशन रिजेक्ट हो जाते हैं या Over Subscription के वजह से उन्हें Allotment नहीं मिल पाता है।
इस Condition में उनका Money Refund किया जाता है जिसका एक निश्चित Date रहता है।
जिन्हें शेयर्स Allot हुए है उन लोगो को Actual में Shares की Delivery की जाती है – यह शेयर Demat Account में डाले जाते है.
* आईपीओ लिस्टिंग (IPO Listing)
यह किसी IPO का फाइनल प्रोसेस होता है। एक तय Date को शेयर मार्केट में IPO की Listing होती है और उसके Real Price दिखाई देती है।
IPO में निवेश कैसे करते हैं?
भारत में अगर आप Investor के रूप में किसी कंपनी के IPO में निवेश करना चाहते हैं तो आपकी सुविधा के लिए भारतीय सरकार के कॉर्पोरेट मंत्रालय और SEBI ने कुछ नियमों (Rules) और गाइडलाइन्स का निर्धारण किया है जो उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
IPO में निवेश करने आपके पास एक Demat & Trading Account होना चाहिये ।
अगर आपके पास डीमेट अकाउंट नहीं है तो आप नीचे दिए गए लिंक से अपना Demat Account Open कर सकते हैं।
- Upstox
- Angel
IPO में APPLY कैसे करें:-
जब आप अपना Demat Account Open कर लेते हैं उसके बाद आपको Login ID & Password मिलता है जिसके मदद से आप अपने Demat Account में Login हो जायेंगें उसके बाद आपको उसमें IPO का एक OPTION मिलेगा उस पर CLICK करना है।
उसके बाद आपके सामने में वो सभी IPO का List आ जायेगा जो जो IPO Real Time में Open होंगे।
आपको जिस IPO में Open करना है उस पर Click करना है उसके बाद आप उसमें Apply कर सकते हैं।
आप Broker के अलावा अपने Bank से भी IPO में Apply कर सकते हैं।
IPO Kya Hai In Hindi:- निष्कर्ष
तो Friends इस आर्टिकल में मैंने आईपीओ के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश किया है। इस लेख के माध्यम से आसान शब्दों में मैंने बताया है की IPO Kya Hai? IPO Me Apply Kaise Kare?
तो उम्मीद है कि अब आप IPO के बारे में अच्छे से जान चुके होंगे फिर भी यदि आपके पास इस आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न तो हमें कॉमेंट में जरूर बताएं।
धन्यवाद!
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