बता दें कि बीते शुक्रवार को अचानक अडानी समूह के स्पेक्ट्रम दौड़ में शामिल होने की सूचना मिली थी। 

हालांकि, यह खबर सूत्रों के हवाले से दी गई थी। अब अडानी समूह ने आधिकारिक तौर पर इस खबर पर मुहर लगा दी है। 

अडानी समूह ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘भारत इस नीलामी के जरिए अगली पीढ़ी की 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रहा है, 

और हम खुली बोली प्रक्रिया में भाग लेने वाले कई आवेदनों में से एक हैं।’’ 

इस बयान में आगे कहा गया है, ‘‘हम हवाई अड्डों, बंदरगाहों और लॉजिस्टिक, बिजली उत्पादन, वितरण और विभिन्न विनिर्माण कार्यों में बढ़ी हुई साइबर सुरक्षा.. 

के साथ ही निजी नेटवर्क समाधान मुहैया कराने के लिए 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में भाग ले रहे हैं।’’  

इसके साथ ही यह भी स्पष्ट हो गया है कि अडानी समूह टेलीकॉम इंडस्ट्री में फिलहाल एंट्री नहीं करेगी।  

बहरहाल, 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी की दौड़ में अडानी समूह का सीधा मुकाबला मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो और दिग्गज सुनील भारती मित्तल की एयरटेल के साथ होगा।