खबर है की ल्दी ही नोटों पर नोबल पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार रबींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) और देश के 11वें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) की तस्वीरें देखने को मिल सकती हैं.

टैगोर की गिनती जहां भारत के सबसे महान साहित्यकारों में की जाती है, वहीं पूर्व राष्ट्रपति कलाम 'भारत के मिसाइल मैन (Missile Man Of India)' कहे जाते हैं 

खबरों में दावा किया गया था कि रिजर्व बैंक और सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के मानद प्रोफेसर दिलीप टी शाहनी को दो अलग-अलग सैंपल सेट भेजा है 

जिनमें तीन महापुरुषों की तस्वीरें छपी हैं. प्रोफेसर को दोनों में से कोई एक सेट का चयन करने के लिए कहा गया है. प्रोफेसर जिस सेट को चुनेंगे, उसे अंतिम बार विचार करने के लिए सरकार के सामने रखा जाएगा. 

इस खबर पर रिजर्व बैंक ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, 'मीडिया के कुछ धड़ों में ऐसी खबरें चल रही हैं कि रिजर्व बैंक महात्मा गांधी की तस्वीर को अन्य..

महापुरुषों की तस्वीरों से रिप्लेस कर मौजूदा करेंसी व बैंकनोट में बदलाव पर विचार कर रहा है. यह नोट किया जाए कि रिजर्व बैंक के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है 

सेंट्रल बैंक ने साफ किया कि मौजूदा भारतीय करेंसी (Existing Indian Currency) में कोई बदलाव नहीं होने वाला है. 

यानि की भारतीय करेंसी रूपये के नोटों पर महात्मा गांधी के साथ ही रबींद्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) और एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महापुरुषों की तस्वीरें छापे जाने की खबरें गलत हैं.